पंजाब के चुनाव एक साल दूर हैं अभी
और स्याही काल शुरू हो गया है
जैसे ही आप कहीं भी चुनाव लड़ने वाली होती है
उस के नेता पर स्याही फेंकना शुरू हो जाता है
भारत के इतिहास में ऐसे एक पार्टी विशेष प्रेम कम ही देखने को मिलता है
जब स्याही कुछ वर्षों के लिए एक पार्टी विशेष व्यक्ति पर ही गिरती है
वैसे ना तो आप का इतना अधिक विरोध दिल्ली में दिखाई देता है
और पंजाब में, कोंग्रेस एवं अकाली दल के सिवाए आप एक मजबूत मोर्चा दिखाई देती है
कम से कम ज़मीन पर भीड़ तो इसकी तस्दीक करती है
चलिए, अपने मूल सवाल पर वापिस आते है
लगभग डेढ़ साल पहले, AVAM की बहुत चर्चा थी
मीडिया ये फ़ैलाने में मशगूल था, कि ये लोग 'आप' से टूटा हुआ एक धडा है
जो पार्टी में लोकतंत्र के लिए लड़ रहा है
चुनाव के बाद AVAM हवा में घुल गया
पिछले फरवरी में आप दिल्ली में सत्ता में आई, और अवाम की उसके बाद कोई खबर ही नहीं है
सम्भवतः उसकी उपयोगिता चुनाव तक ही थी.
अब वही तमाशा पंजाब में दोहराया जा रहा है
आम आदमी सेना नाम का एक धडा बताया जा रहा है
देवी जी, को उसी का नेता बताया जा रहा है
वैसे देवी जी, पंजाब की नेता है
और दिल्ली की रहने वाली है,
और उस पर तुर्रा ये, कि वो CNG घोटाले से सम्बंधित कुछ बताना चाहती है
समझ में नही आया, इस का पंजाब से क्या लेना देना है
एक न्यूज़ पोर्टल के अनुसार, देवी जी पंजाब से चार्टर प्लेन से दिल्ली आई थी
इस बात की पूरी सम्भावना है, कि कोई भी इस बात पर कोई रिपोर्टिंग नहीं करेगा
कि देवी जी कैसे आई, किस ने इन के आने जाने का खर्चा दिया,
अगर कोई घोटाले की CD भी है, तो मैडम को किस ने दी
वैसे घोटाला है भी, तो अरविन्द पर स्याही फेंकने से तो कुछ नही होंगा
ACB अध्यक्ष मीणा/दिल्ली पुलिस अध्यक्ष बस्सी उपराज्यपाल (केंद्र) को रिपोर्ट देते है
तो फिर अरविन्द चाह कर भी कुछ नही कर सकते
और वैसे भी , अगर आरोप ही अरविन्द पर है, तो फिर उसे CD देने से फायदा क्या
प्रथम दृष्टया, देवी जी का उद्देश्य संदेह के घेरे में हैं
देखना दिलचस्प होगा, कि पंजाब चुनाव के वाद आम आदमी सेना कहाँ होगी
या फिर ये सिर्फ 'आप' को बदनाम करने की कारवाई साबित होगी
भूतकाल तो ऐसे ही है
भविष्य हम कह नहीं सकते